अक्सर आपने देखा होगा की गर्मी के मौसम में ज्यादातर लोग छोटी-छोटी बातों में गुस्से से भर जाते हैं। इस मौसम में केवल तापमान का पारा नहीं बढ़ता बल्कि इंसानों के दिमाग का पारा भी बढ़ता हुआ दिखता है। इस मौसम में हर कोई एक अलग ही झुंझलाहट में दिखाई देता है। ऐसे में सवाल यह उठता है की क्या तापमान बढ़ने के साथ गुस्सा भी बढ़ता है। लखनऊ की साइकोलॉजिस्ट डॉ नेहा से बात करके हमने यह जानने की कोशिश की कि Garmi Me Jyada Gussa Kyu Aata Hai . इसके साथ ही गर्मी में मन को शांत रखने के कुछ सरल उपाय भी समझे।
गर्मी में ज्यादा गुस्सा क्यों आता है- Garmi Me Jyada Gussa Kyu Aata Hai
गर्मी के दिनों में ज्यादा गुस्सा आने के कई कारण हैं। साइकोलॉजिकल साइंस स्टडीज में भी मौसम का मनुष्य के मूड और व्यवहार के साथ सीधा कनेक्शन बताया गया है। आइए विस्तार से समझते हैं की Garmi Me Jyada Gussa Kyu Aata Hai .
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गर्मी में बढ़ जाते हैं स्ट्रेस हार्मोन- Jyada Gussa Kyu Aata Hai
साइकोलॉजिस्ट डॉ नेहा तिवारी ने बताया की मौसम के साथ मूड का सीधा संबंध है। उन्होंने बताया की गर्मी के मौसम में स्ट्रेस हार्मोन यानि कार्टिसोल बढ़ जाते हैं। इससे बाइपोलर डिसऑर्डर ट्रिगर होने का खतरा भी बढ़ जाता है। इस दौरान शरीर और मन का तालमेल नहीं बैठ पाता और ऐसी सिचुएशन पैदा होती है जिसमें मनुष्य को हर बात पर गुस्सा आना शुरू हो जाता है।
फिजिशियन डॉ आदित्य सौलंकी ने बताया की इंसानी शरीर की बनावट भी गर्मी में ज्यादा गुस्सा दिलाने में जिम्मेदार होती है। दरअसल जैसे ही शरीर को जरूरत से ज्यादा गर्मी का एहसास होता है तो रक्त वाहिकाएं चौड़ी होनी शुरू हो जाती हैं और तेजी से नसों में खून दौड़ना शुरू हो जाता है। जिससे बॉडी ज्यादा पसीना निकालती है। जिससे इंसान को झुंझलाहट महसूस होती है।
दिल पर पड़ता है एक्स्ट्रा वर्कलोड
भीषण गर्मी के दौरान ब्लड फ्लो बढ़ने पर ही शरीर ठंडा रह पाता है। इसके लिए हार्ट अपनी क्षमता से ज्यादा मेहनत करके तेजी से खून पंप करता है। इसी वजह से भारी गर्मी में हार्ट बीट 2.5 गुना तक बढ़ जाती है। जिससे गर्मी के मौसम में लोग ज्यादा तनाव, एंग्जाइटी और गुस्से की समस्या का सामना करते हैं। दिल पर पड़ रहे इस दबाव का प्रभाव इंसान के व्यवहार पर भी पड़ता है।
पानी और ऑक्सीजन का लेवल हो जाता है कम
गर्मी के मौसम में जब तापमान अपने चरम पर होता है तो हीटवेव का खतरा मंडराने लगता है। ऐसे में शरीर में से पानी और ऑक्सीजन का लेवल कम होना शुरू हो जाता है। जिससे लोग डिहाइड्रेशन की चपेट में आने लगते हैं। शरीर में पानी की कमी होने की वजह से सबसे पहले इंसान की सोचने समझने की शक्ति पर असर पड़ना शुरू होता है। जिससे बेवजह ही इंसान झुंझलाहट और गुस्सा दिखाने लगता है।
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नींद पूरी न हो पाना भी है वजह- Jyada Gussa Kyu Aata Hai
गर्मी के दिनों में हर कोई अपने दिन की शुरुआत जल्दी करता है। दरअसल गर्मी में स्कूल, कॉलेज से लेकर ऑफिस तक सब सुबह जल्दी शुरू हो जाते हैं। ऐसे में जिन लोगों को रात में लेट सोने की आदत होती है। ऐसे लोगों की नींद नहीं पूरी हो पाती है। इसका असर व्यक्ति के व्यवहार में दिखना शुरू हो जाता है जिससे व्यक्ति हर बात पर चिड़चिड़ापन और गुस्सा दिखाता है।
जैसे तनाव आपकी स्किन पर असर डालता है। ठीक वैसे ही गर्मी के मौसम में उभरने वाली स्किन प्रॉब्लम्स स्ट्रेस को दावत देने का काम करती हैं। गर्मी के मौसम में ज्यादा पसीना आने की वजह से पिंपल्स, एक्ने, और ब्लैक हेड्स की शिकायत होनी शुरू हो जाती है। इससे महिलाओं को स्ट्रेस होने लगता है और फिर यही स्ट्रेस गुस्से के रूप में बाहर निकलता है। गर्मी के मौसम में स्किन टाइप के अनुसार डाइट प्लान कर आप खुद को फिट एंड फाइन रख सकते हैं।
गर्मी में मन को शांत कैसे करें- Gussa Kaise Control Kare
- गर्मी में मन को शांत रखने के लिए फाइबर युक्त भोजन को अपनी थाली में ज्यादा से ज्यादा शामिल करें।
- भारी गर्मी में बाहर से आते ही किसी मुद्दे पर बहस न छेड़े। किसी बात को सुनकर गुस्सा आए भी तो उसका जवाब पानी पीने के बाद ही दें।
- जब गुस्सा आ रहा हो तो सांस लेते हुए पेट फुलाएं और बेली ब्रीथ करें।
- गुस्सा आने पर अपनी पसंद का म्यूजिक सुने और मूड को बदलने का प्रयास करें।
- शराब और चाय कॉफी का इस्तेमाल कम से कम मात्रा में करें।
- तला-भुना और ज्यादा मिर्च मसालेदार खाना खाने से परहेज करें।
- सुबह-शाम थोड़ी देर टहलने निकलें और कुछ देर के लिए रोजाना मेडिटेशन भी करें।
- ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करें।
- समय पर सोने की आदत डालने का प्रयास करें।
- गुस्सा आने पर लंबी सांस लें और रिएक्ट करने से पहले थोड़ी देर रूककर सोचें।
ज्यादा गुस्सा करने के नुकसान- Gussa Krne Ke Nuksan
- ज्यादा गुस्सा दिल की मांसपेशियों, नर्वस, ब्लड़ वेन्स पर बुरा असर डालता है। इससे दिल के फंक्शन पर भी गलत प्रभाव पड़ता है।
- ज्यादा गुस्सा लार का स्त्राव कम कर देता है जिससे मुंह सूखने की समस्या पैदा हो सकती है।
- गुस्सा स्किन में ब्लड सर्कुलेशन भी कम करता है। इससे स्किन ड्राय होनी शुरू हो जाती है।
- ज्यादा गुस्सा आने की वजह से करीबियों को भी भला-बुरा कह देते हैं। जिससे रिश्तों में दरार आनी शुरू हो जाती है।
- ज्यादा गुस्सा आपराधिक गतिविधियों को करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
- अगर कम उम्र में बुढ़ापा झलकने लगा है तो यह भी ज्यादा गुस्से का नतीजा हो सकता है।
- शरीर की एनर्जी कम हो जाती है।
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गुस्सा कम करने के लिए डाइट में खाने की इन चीजों को करें शामिल- Gussa Shant Karne ke Upay
- नारियल पानी
- संतरा
- केला
- आयुर्वेदिक चाय
- हरी सब्जियां
- डार्क चॉकलेट
- अखरोट
- ग्रीन टी
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
ज्यादा गुस्सा करने से कौन सी बीमारी होती है?
अधिक क्रोध के चलते अवसाद, चिंता, हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग के साथ ही कई और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का जोखिम भी बढ़ जाता है। साथ ही यह अपच और एसिडिटी जैसे पेट के रोग भी उभारता है।
गुस्सा शांत करने का मंत्र क्या है?
अगर आप तुरंत प्रभाव से गुस्सा शांत करना चाहते हैं तो आप ॐ शांताकाराय नम: मंत्र का जाप शुरू कर सकते हैं। इस मंत्र से आप पर ईश्वर की कृपा सदा बनी रहेगी।
सबसे गंभीर मानसिक बीमारी कौन सी है?
बायपोलर डिसऑर्डर या सिजोफ्रेनिया बहुत गंभीर और खतरनाक मानसिक बीमारियों की गिनती में आती है। इस रोग के होने की सबसे बड़ी वजह मन में निराशा का भाव होना है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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