Placental Abruption Kya hota hai| प्रेग्नेन्सी में होने वाली जटिल समस्या है प्लेसेंटल अब्रप्शन, जानिए कैसे कर सकते हैं बचाव

अधिकतर महिलाओं के लिए गर्भावस्था एक सामान्य प्रक्रिया है। लेकिन कुछ महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान अपने स्वास्थ्य या अपने बच्चे के स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं या चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। कभी-कभी कुछ समस्याएं जटिल भी हो जाती है, जिसमें महिला और शिशु की जान भी जा सकती है। कानपुर की स्त्री रोग विशेषज्ञ आभा गुप्ता के माध्यम से आज हम आपको ऐसी ही प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली एक जटिल समस्या प्लेसेंटल अब्रप्शन के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए विस्तार से समझते हैं कि Placental Abruption Kya hota hai और इससे बचने के लिए कौन से उपाय आजमाएं जा सकते हैं। हालांकि, यह समस्या लगभग 100 गर्भवती महिलाओं में से एक प्रतिशत को ही होती है। प्लेसेंटल अब्रप्शन की स्थिति सबसे ज्यादा तीसरी तिमाही के आखिर में होती है, जो गर्भावस्था के 28 हफ़्तों के आसपास शुरू होती है और डिलीवरी (लगभग 40 हफ्तों) तक रहती है।

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क्या है प्लेसेंटल अब्रप्शन- Placental Abruption Kya hota hai

यह गर्भावस्था के दौरान होने वाली एक असामान्य और जटिल स्थिति है। दरअसल गर्भावस्था के दौरान यूट्रेस में प्लेसेंटा यानि एक गर्वनाल विकसित होती है, जो गर्भाशय की दीवार से जुड़ी होती है। इससे ही बच्चे को पोषक तत्व और ऑक्सीजन मिलती है। मगर प्रेग्नेंसी के दौरान प्लेसेंटल अब्रप्शन की स्थिति तब होती है, जब प्रसव से पहले प्लेसेंटा आंशिक रूप या पूरी तरह से गर्भाशय दीवार से अलग हो जाता है। जिसकी वजह से बच्चे को पोषक तत्व और ऑक्सीजन की आपूर्ति कम हो जाती है। इसके साथ ही महिला को बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होने लगती हैं। बता दें प्लेसेंटल अब्रप्शन अचानक होने वाली स्थिति है और अगर इसका उपचार न किया जाए, तो मां और बच्चे दोनों की जान भी जा सकती है।

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प्लेसेंटल अब्रप्शन के प्रकार- Types Of Placental Abruption 

  1. आंशिक प्लेसेंटल अब्रप्शन- यह तब होता है जब प्लेसेंटा गर्भाशय की दीवार से पूरी तरह से अलग नहीं होता है।
  2. पूर्ण प्लेसेंटल अब्रप्शन- यह तब होता है जब प्लेसेंटा गर्भाशय की दीवार से पूरी तरह से अलग हो जाता है। इस दौरान आमतौर पर योनि से ज्यादा रक्तस्राव होता है।

प्लेसेंटल अब्रप्शन के लक्षण क्या हैं- Placental Abruption In Hindi

हर गर्भवती महिला में प्लेसेंटल एब्डॉमिनल के अलग-अलग लक्षण हो सकते हैं, लेकिन सबसे आम लक्षण गर्भावस्था की तीसरी तिमाही के दौरान ऐंठन के साथ योनि से खून आना होता है। इसके अलावा अन्य लक्षण होते हैं जैसे-

  • पेट में दर्द होना।
  • अचानक पीठ दर्द या कमर दर्द होना।
  • गर्भाशय में कोमलता या बार-बार संकुचन होना।
  • भ्रूण की हलचल कम महसूस होना।
  • अचानक योनि से रक्तस्राव, जो अलग-अलग हो सकता है।
  • बच्चे की हार्ट रेट में दिक्कत होना।
    प्लेसेंटल अब्रप्शन थोड़ा-थोड़ा करके भी हो सकता है, जिसे “क्रोनिक अब्रप्शन” कहते है। जिसके लक्षण इस प्रकार होते हैं।
  • योनि से हल्का रक्तस्राव होता है जो रुक-रुक कर होता है।
  • शरीर में एमनियोटिक द्रव की मात्रा कम हो जाती है।
  • शिशु उतनी तेजी से नहीं बढ़ता है जितना उसे बढ़ना चाहिए।

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जानिए प्लेसेंटल अब्रप्शन होने के कारण- Placental Abruption Causes 

प्लेसेंटल अब्रप्शन के होने का कारण अज्ञात है। विशेषज्ञों के अनुसार गिरने या दुर्घटना से पेट में आने वाली चोट से प्लेसेंटल अब्रप्शन का जोखिम बढ़ जाता है। ऐसी चोटों के कारण बच्चे के चारों ओर मौजूद एमनियोटिक तरल पदार्थ तेजी से खत्म होने लगता है। इसके अलावा अन्य कारण भी हैं। जैसे-

  • महिला को पहले भी प्लेसेंटल अब्रप्शन हो चुका हो।
  • एक से अधिक भ्रूणों के साथ गर्भवती होना।
  • उच्च रक्तचाप, गर्भावधि मधुमेह या प्रीक्लेम्पसिया।
  • धूम्रपान करना या नशीली दवाओं का उपयोग करना।
  • चालीस से अधिक उम्र होना।
  • गर्भाशय फाइब्रॉएड होना।
  • थ्रोम्बोफिलिया (रक्त का थक्का जमने का विकार होना)।
  • कोरियोएम्नियोनाइटिस (एमनियोटिक द्रव में संक्रमण होना)।

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प्लेसेंटल अब्रप्शन से होने वाली जटिलताएं -Complications from placental abruption

भ्रूण के लिए जटिलताएं :

  1. समय से पहले जन्म होना।
  2. जन्म के समय कम वजन होना।
  3. विकास संबंधी समस्याएं होना।
  4. ऑक्सीजन की कमी से मस्तिष्क में दिक्कत होना।
  5. मृत बच्चे का जन्म होना।

जन्म देने वाले मां के लिए जटिलताएं :

  1. एनीमिया होना।
  2. महिला को रक्त के थक्के जमने की परेशानी का करना पड़ सकता है सामना
  3. रक्तस्राव होना।
  4. किडनी खराब होना।

प्लेसेंटल अब्रप्शन का उपचार -Treatment of Placental Abruption

एक बार प्लेसेंटा के गर्भाशय से अलग हो जाने के बाद, इसे फिर से नहीं जोड़ा जा सकता है, इसलिए उपचार का विकल्प इस बात पर निर्भर करता है कि महिला कितनों महीने से गर्भवती हैं, प्लेसेंटल अब्रप्शन की गंभीरता क्या है और मां और बच्चे की स्थिति कैसी है।
यदि महिला 34 सप्ताह से कम गर्भवती हैं: ऐसे महिला को निगरानी के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जा सकता है, जब तक कि बच्चे की हृदय गति सामान्य नहीं हो जाती और महिला में ब्लीडिंग की समस्या नियंत्रित नहीं हो जाती। जब ये दोनों स्थिति सामान्य हो जाती है तब आपको डॉक्टर घर जाने के लिए कह सकते हैं। वहीं, अगर इस दौरान प्रसव जल्दी शुरू हो जाता है तो बच्चे के फेफड़ों को तेजी से विकसित करने में मदद करने के लिए महिला को स्टेरॉयड भी दिया जा सकता है।
यदि महिला 34 सप्ताह से अधिक गर्भवती हैं: यदि प्लेसेंटल अब्रप्शन की स्थिति गंभीर नहीं होती है, तो आपकी सामान्य डिलीवरी की जा सकती है। लेकिन यदि ऐसा करना आपके और बच्चे के स्वास्थ्य को खतरे में डाल रहा है, तो आपकी तुरंत सी-सेक्शन सर्जरी की जाती है।

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प्लेसेंटल अब्रप्शन से कैसे होगा बचाव

आमतौर पर प्लेसेंटल एब्रप्शन को रोका नहीं जा सकता है, लेकिन आप निम्न तरीकों से अपने जोखिम को कम कर सकती हैं:

  • धूम्रपान और नशीली दवाओं का सेवन करने से बचें।
  • गर्भावस्था के दौरान कोई भी दवा लेने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।
  • अपने ब्लड लेवल को सही स्तर पर बनाए रखें।
  • स्वास्थ्य और सुरक्षा संबंधी सावधानियां बरतें- जैसे सीट बेल्ट पहनना।
  • पेट में किसी भी प्रकार की चोट या योनि से रक्तस्राव की सूचना तुरंत अपने डॉक्टर को दें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न 

प्लेसेंटल अब्रप्शन के शुरुआती लक्षण क्या होते हैं?

प्लेसेंटल अब्रप्शन का सबसे आम लक्षण है योनि से खून बहना, हालांकि खून हमेशा नहीं बहता है। आपको पेट या पीठ में अचानक लगातार दर्द भी होता है।

प्लेसेंटल अब्रप्शन में कैसा महसूस होता है?

प्लेसेंटल के दौरान आपको श्रोणि क्षेत्र या पीठ में अचानक तेज दर्द या ऐंठन महसूस होती है। वहीं, पेट में भ्रूण की हलचल भी कम महसूस होती है।

क्या पेट पर दबाव डालने से प्लेसेंटल अब्रप्शन हो सकता है?

पेट पर सामान्य दबाव डालने से प्लेसेंटल अब्रप्शन नहीं होता है। लेकिन पेट पर एक झटका जैसे कि कार दुर्घटना में या सीढ़ियों से नीचे गिरने पर प्लेसेंटा के अलग होने का कारण बन सकता है।

क्या वाहन से उबड़-खाबड़ रास्ते पर सफर करने से प्लेसेंटल अब्रप्शन हो सकता है?

कार, बस या किसी अन्य वाहन से ऊबड़-खाबड़ रास्तों पर सफर करने से प्लेसेंटल अब्रप्शन नहीं होता है। लेकिन डॉक्टर आपको ऐसी किसी भी गतिविधि से बचने के लिए कहते हैं, जिसमें गिरने या पेट में चोट लगने का उच्च जोखिम हो।

डिस्क्लेमर- यह सामग्री एक्सपर्ट की हेल्प से केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के लिए तैयार की गई है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं हो सकता है। किसी भी तरह के उपयोग से पहले किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर करें।

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