Pets Human Relationship Facts In Hindi | पालतू जानवर के साथ दोस्ती ह्यूमन पर्सनैलिटी को बनाती है खास, मिलते हैं ये लाभ

Pets Human Relationship Facts In Hindi : निस्वार्थ प्रेम की बात आते ही इंसानी रिश्ते बेमानी से लगने लगते हैं। मगर डॉग और कैट जैसे पेट्स निस्वार्थ प्रेम की परिभाषा में खरे उतरकर इंसानों को भी आइना दिखाते नजर आते हैं। शायद इसी वजह से इन दिनों बेजुबानों के संग इंसानों की दोस्ती खूब देखने को मिलती है। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको यह बताने वाले हैं की कैसे पेट्स के साथ इंसानों की दोस्ती और अच्छी बॉन्डिंग ह्यूमन पर्सनैलिटी पर भी असर डालने का काम करती है। साथ ही ऐसी कई रिसर्च पर भी बात करेंगे जिनमें जिनमें पेट्स ह्यूमन रिलेशनशिप से मिलने वाले फायदों को लेकर कई चौकाने वाले खुलासे किए गए है।

Pets-Human-Relationship-Facts-In-Hindi

रिसर्च- कुत्ते पालने से बढ़ती है सूंघने की शक्ति- Pets Human Relationship Facts In Hindi

हाल ही में चेक यूनिवर्सिटी ऑफ लाइफ साइंसेज, प्राग की एक नई रिसर्च में कुत्ते पालने से सूंघने की शक्ति बढ़ने पर कई चौंकाने वाले दावे किए गए। नई रिसर्च के अनुसार जो लोग कुत्ते पालते हैं वो अपना लंबा समय कुत्ते के साथ बिताते हैं जिससे डॉग ओनर को भी अपने कुत्ते की गंध की पहचान होने लगती है। इस तरह धीरे-धीरे ऐसे लोगों में सूंघने की शक्ति का इजाफा होने लगता है। रिसर्च में यह भी बताया गया की इंसानों के मुकाबले कुत्तों में गंध को पहचानने की शक्ति 10 हजार से लेकर 1 लाख गुना तक ज्यादा मौजूद होती है। 3 साल से लेकर 72 साल तक के 53 डॉग ओनर इस रिसर्च के हिस्सा बने।

ये भी पढ़ें- Sabse Jyada Vitamin Kisme Hota Hai | इन 12 चीजों में छिपा है विटामिन का खजाना

बेजुबानों संग है यारी तो मिलेंगे ये गजब के फायदे

  • हार्ट से जुडी बीमारियों का खतरा कम होगा।
  • डिप्रेशन, एंग्जायटी और स्ट्रेस जैसी परेशानियों से मिलेगी निजात
  • बच्चों में पनपता है जिम्मेदारी का भाव और सीखने की ललक
  • पेट्स नए रिश्तों को जोड़ने में भी निभाते हैं अहम भूमिका
  • बुजुर्गों से जुड़ी अल्जाइमर जैसी परेशानियों में भी मददगार
  • बार-बार डॉक्टर के पास जाने की नहीं पड़ती जरूरत
  • बच्चों की इम्युनिटी पॉवर भी बढ़ाते हैं पेट्स

पेट्स अकेलापन दूर करके बनाते हैं मेंटली स्ट्रांग 

पेट्स का अनकंडीशनल लव इंसानों से न मिलने वाले प्यार की कमी को भी पूरा करने का काम करते हैं। वहीं लोगों का अकेलापन दूर करके उन्हें मेंटली स्ट्रांग बनाने का भी काम करते हैं। हेल्प गाइड नाम की एक संस्था कई सालों से मेंटल हेल्थ विषय पर काम कर रहे हैं। हाल ही में इस संस्था ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया की जिन लोगों के पास पेट्स के रूप म कुत्ता, बिल्ली या अन्य कोई भी जानवर है उन लोगों की डॉक्टर के पास पहुंचने की आशंका 30% तक कम हो जाती है। साथ ही पेट्स की मौजूदगी दिल की बीमारियों का खतरा भी कम करने का काम करती है।

Pets-Human-Relationship-Facts-In-Hindi

बुजुर्गों का भी बनते हैं सहारा

जिस घर में पेट्स मौजूद होते हैं उस घर के बुजुर्गों का जीवन भी खुशहाल बीतता है। ऐसे घर के बुजुर्गों को अकेलापन नहीं सताता। अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया द्वारा की गई रिसर्च में भी यह सामने आया की ऐसे बुजुर्ग जो अल्जाइमर की बीमारी का शिकार हैं और उनके घर में कोई पेट है तो ऐसे में अल्जाइमर बीमारी की रोकथाम में मदद मिलती है। साथ ही ऐसे बुजुर्गों का मेमोरी लॉस भी कम होता है।

ये भी पढ़ें- Nutrition Kya Hai: जानिए न्यूट्रिशन कैसे बनता है स्वस्थ जीवन का आधार

फैट बर्न करने में भी करता है मदद 

बिगड़ती लाइफस्टाइल और ज्यादा फास्ट फूड का सेवन करने से आजकल लोग सबसे ज्यादा मोटापे की बीमारी का शिकार हो रहे है। आपको यह जानकर हैरानी होगी की पेट्स की मौजूदगी वजन कम करने में मददगार साबित होती है। एक स्टडी ने यह दावा किया है की पेट्स उसमें भी खासकर कुत्ते पालने वाले लोग आम लोगों से औसतन 30 मिनट ज्यादा वॉक करने में समय बिताते हैं। इसी रिसर्च में यह भी कहा गया की कुत्ता पालने वाला व्यक्ति दूसरों लोगों की अपेक्षा करीबन 7 किलो ज्यादा फैट बर्न करने में कामयाबी हासिल करता है।

पेट्स का साथ आपकी उम्र बढ़ाने में भी कारगर

अगर कोई आपको कहे की आपका पालतू जानवर आपकी उम्र बढ़ाने में आपकी मदद कर सकता है तो पहली बार में शायद ही किसी को यकीन हो। मगर यह बात बिलकुल सच है। दरअसल पेट्स का साथ दिल की बीमारियां होने का खतरा 15% फीसदी तक कम करने में असरदायक साबित होता है। दरअसल जिन लोगों के पास पेट्स होते हैं वो दूसरों लोगों से ज्यादा एक्टिव रहते हैं और कसरत भी ज्यादा करते हैं। साथ ही ऐसे लोगों की इम्युनिटी भी मजबूत होती है। ऐसे लोग अपना जीवन खुशहाली में बिता पाते हैं जिससे इन लोग की उम्र खुद ब खुद बढ़ जाती है।

Pets-Human-Relationship-Facts-In-Hindi

बच्चों में पनपता है जिम्मेदारी का भाव और सीखने की ललक 

घर में पेट्स रखने से बच्चों में भी एक अलग ही उत्साह और खुशी देखने को मिलती है। खासकर अगर किसी व्यक्ति ने कुत्ता पाला हुआ है तो ऐसे में बच्चे खेल-खेल में ही डॉग से बहुत कुछ सीखते हैं। एक रिपोर्ट में तो यह भी दावा किया गया की जो बच्चे पेट्स के साथ पलते हैं वो दूसरे बच्चों के मुकाबले ज्यादा भावनात्मक रूप से लोगों से जुड़ते है। साथ ही ऐसे बच्चों में सिखने की ललक भी ज्यादा देखने को मिलती है। वहीं इन बच्चों एक अलग ही जिम्मेदारी का भाव भी देखने को मिलता है।

ये भी पढ़ें- Sar Dard ka ilaaj | सिर दर्द से हैं परेशान ? आजमाएं ये 11 नुस्खे, मिलेगा तुरंत आराम

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

कुत्ते का जीवन काल कितने वर्ष का होता है?

बड़े नस्लों की अपेक्षा छोटे कुत्ते ज्यादा समय तक जीवित रह पाते हैं। छोटी नस्ल के कुत्ते जैसे चिहुआहुआ, चाइनीज क्रेस्टेड और पोमेरेनिय का जीवन करीबन 10 से 15 साल तक का होता है। वहीं कुछ नस्लें 18 साल तक का जीवन जी पाते हैं।

किस कुत्ते की उम्र सबसे लंबी होती है?

साल 1939 में एक ऑस्ट्रेलियाई मवेशी कुत्ता ब्लू ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड् बनाया था। दरअसल यह कुत्ता 29 साल और 5 महीने की पूर्ण आयु तक जीवित रह पाया था। यह एक ऐसा रिकॉर्ड है जो अब तक कायम है।

कुत्ता खाना नहीं खा रहा है तो क्या करें?

कोशिश करें की अपने कुत्ते को भी एक निश्चित समय पर खाना दें। कुत्ते को दिए जाने वाले भोजन को दो से तीन भागों में बांट लें। इस खाने को अगर आपका कुत्ता नहीं खा रहा तो उसे 10 मिनट के अंदर वापिस ले जाएं। जिससे दोबारा खाना देने के समय को निर्धारित किया जा सके।

ये भी पढ़ें- Hearing Loss In Hindi: कान और आंखों का है गजब का तालमेल, जानिए आंखें कैसे देती हैं हियरिंग लॉस की जानकारी

ये भी पढ़ें- Mental Health In Hindi: इन 10 चीजों के सेवन से आपकी मेंटल हेल्थ रहेगी हमेशा दुरुस्त

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Leave a Comment