अब लोग अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करते हुए कुछ ऐसी चीजों को अपनी दिनचर्या में शामिल करना पसंद कर रहे हैं जिनसे वो फिट और फाइन रह सके। इसी वजह से अब लोग चाय की जगह ग्रीन टी पीना ज्यादा पसंद करते हैं। इसमें कोई शक नहीं है की ग्रीन टी सेहत को कमाल के फायदे पहुंचाती है। मगर ग्रीन टी से जुड़े फायदों का लाभ आप तभी उठा सकते हैं जब आपको इसे पीने का सही समय पता हो। आइए आज इस लेख में जानते हैं Green Tea ke Fayde Aur Peene ka Sahi Samay। साथ ही जानेंगे की ग्रीन टी किन लोगों को नहीं पीनी चाहिए।
ग्रीन टी के फायदे- Green Tea ke Fayde
ग्रीन टी के नियमित सेवन से आप स्ट्रेस और एंग्जायटी को काफी हद तक कंट्रोल करने में सफल हो सकते हैं। दरअसल ग्रीन टी मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में सुधार करने में मदद करती है। ग्रीन टी में मौजूद कैफीन मस्तिष्क को सचेत और अधिक ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। जिससे मन को शांत करने में मदद मिलती है।
वजन कम करने में दिखाती है कमाल का असर
अगर आप तेजी से अपना वजन कम करने की चाहत रखते तो ग्रीन टी आपके लिए सबसे बढ़िया विकल्प है। दरअसल एनसीबीआई (The National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित हुए एक शोध में यह दावा किया गया है की ग्रीन-टी पीने से फैट बर्निंग तेजी से होती है। वहीं ग्रीन टी में मौजूद कैटेचिन और कैफीन के मिश्रण का सेवन भी वजन कम करने में मददगार साबित होता है।
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मधुमेह से बचाव में भी है सहायक
जापान में की गई एक स्टडी के अनुसार रोजाना ग्रीन टी का सेवन करने वाले व्यक्तियों में 33% टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कम हुआ है। इस स्टडी में 10 लाख से अधिक लोगों को शामिल किया गया था। स्टडी में यह दावा किया गया की रोजाना 2 कप ग्रीन टी पीने से डायबिटीज का खतरा 4 फीसदी कम हो जाता है।
हानिकारक कोलेस्ट्रॉल के स्तर को करता है कम
आजकल की स्ट्रेसफुल लाइफ में ज्यादातर लोग हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या का सामना कर रहे हैं। ग्रीन टी में मिलने वाला कैटेचिन नाम का एंटीऑक्सिडेंट कोलेस्ट्रॉल की समस्या से राहत पहुंचाने का काम करता है। दरअसल यह बैड कोलेस्ट्रॉल यानि एलडीएल को कम करके हृदय से जुड़ी कई तरह की बीमारियों से बचाव करता है।
हाई ब्लड प्रेशर को करता है कम
कई मेडिकल रिसर्च के अनुसार ग्रीन-टी हाई बीपी को कंट्रोल करने में बेहद मददगार साबित होता है। ग्रीन टी के ऊपर की गई बहुत सी रिसर्च में यह दावा किया गया की ग्रीन-टी में मौजूद पोषक तत्व सिस्टोलिक बीपी को 3.2 mmHg तक और डायस्टोलिक बीपी को 3.4 mmHg तक कम कर सकते हैं। मगर इसके बावजूद अगर आप ब्लड प्रेशर के मरीज हैं तो ग्रीन टी का नियमित सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
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ग्रीन टी हड्डियों की मजबूती के लिए भी है अहम
अगर आप रोजाना ग्रीन-टी का सेवन करते हैं तो इससे आपके शरीर की हड्डियां मजबूत होती है। इसमें मौजूद फ्लैवेनॉयड जहां हड्डियों और मांसपेशियों में क्षरण की शिकायत दूर रखते हैं। अगर आप रोजाना ग्रीन-टी का सेवन करते हैं तो इससे आपके शरीर की हड्डियां मजबूत होती है।
ग्रीन टी इम्युनिटी बूस्टिंग का भी करती है काम
ग्रीन टी इम्युनिटी को भी बूस्ट करने का काम करती है। इसी वजह से ग्रीन टी पीने वाले लोगों की बीमारियों से लड़ने की शक्ति अच्छी होती है। अगर आप भी अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना चाहते हैं तो ग्रीन टी का सेवन शुरू कर दें। ग्रीन टी शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाने में भी मदद कर सकती है।
बालों के लिए भी ग्रीन टी लाभदायक
अगर आप हेयरफॉल को रोकना चाहते हैं और अपने बालों को घना और मजबूत बनाना चाहते हैं तो ग्रीन टी का सेवन शुरू कर दें। इसी वजह से शैम्पू और कंडीशनर के बाद ग्रीन-टी के पानी से बालों को धोने की सलाह दी जाती है। ग्रीन टी का इस्तेमाल हेयर मास्क के रूप में करके भी आप फायदा उठा सकती हैं।
ग्रीन टी में मौजूद पौष्टिक तत्व – Nutritional Value of Green Tea in Hindi
सेहत को फायदा पहुंचाने वाले कई तरह के न्यूट्रिएंट्स ग्रीन टी में मौजूद होते हैं। इसमें प्रोटीन, विटामिन A, E, B5, K, जिंक, राइबोफ्लेविन, थायमीन, मैंगनीज, पोटैशियम, कॉपर, आयरन, ऑक्सीडेंट, पॉलीफेनोल जैसे तत्व भरपूर मात्रा में मिलते हैं। इसके साथ ही मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स भी मौजूद होते हैं।
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ग्रीन टी पीने का सही समय क्या है? – When to Drink Green Tea in Hindi
- अगर आप सुबह एक्सरसाइज करते हैं तो एक्सरसाइज करने के आधे घंटे पहले आप ग्रीन टी पी सकते हैं।
- सुबह का 11-12 बजे के बीच का समय भी ग्रीन टी पीने के लिए उपयुक्त माना गया है।
- दोपहर के लंच से 1 घंटे पहले ग्रीन टी का सेवन सेहत को कई तरह के लाभ पहुंचाता है।
- शाम के नाश्ते के 1-2 घंटे बाद भी ग्रीन टी का सेवन लाभकारी है।
- ग्रीन टी पीने के लिए रात के समय को सही नहीं माना जाता, इसमें कैफीन होता है, जिससे अनिद्रा की बीमारी बढ़ती है।
- सुबह खाली पेट ग्रीन टी पीने से भी बचना चाहिए। ऐसा करने से पेट से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
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किन लोगों को ग्रीन टी नहीं पीनी चाहिए?- Who should not drink green tea in Hindi
- कैटोचिन कंपाउंड नाम का तत्व ग्रीन टी में मौजूद होता है। इससे प्रेग्रेंसी में एंग्जाइटी बढ़ने का खतरा रहता है। इसी वजह से जो मां ब्रेस्टफीडिंग करा रही हैं, उन्हें भी ग्रीन टी पीने से बचना चाहिए।
- टैनिन नाम का एक तत्व भी ग्रीन टी में मिलता है। इस तत्व की वजह से पेट में एसिड बनता है। इसी वजह से ऐसे लोग जिन्हें अपच रहता है उन्हें ग्रीन टी पीने से परहेज करना चाहिए।
- ग्रीन टी पीने से शरीर में आयरन का अब्जॉर्शन ठीक से प्रकार से नहीं हो पाता। इसी वजह से एनीमिया के रोगी को ग्रीन पीने से बचना चाहिए।
- जिन लोगों को मोतियाबिंद होने की शिकायत होती हैं। उन्हें ग्रीन टी पीने पर आंखों पर प्रेशर महसूस होता है। इसी वजह से ऐसे लोगों को भी ग्रीन टी से दूर रहना चाहिए।
ग्रीन टी में क्या मिलाकर पियें- What to Mix with GreenTea
ग्रीन टी का स्वाद बढ़ाने के साथ इसे और फायदेमंद बनाने के लिए आप इसमें कुछ चीजों को मिला सकते हैं।
- शहद
- नींबू
- शहद
- अदरक
- तुलसी
- पुदीना
ये हैं ग्रीन टी के नुकसान – Side Effects of Green Tea in Hindi
- ग्रीन टी में कैफीन होने की वजह से इसका ज्यादा सेवन करने के बाद अनिद्रा, सिरदर्द, कंपकंपी और चिंता जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं।
- गर्भावस्था के दौरान ग्रीन टी का सेवन करने से पहले आप एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें। दरअसल ग्रीन टी में मौजूद कैफीन से ऐसी अवस्था में नुकसान भी पहुंच सकता है।
- ग्रीन टी में मिलने वाले टैनिक एसिड (Tannic Acid) नामक तत्व से आपके दांतों में दाग और अलग तरह के निशान बन सकते हैं।
- ग्रीन टी का ज्यादा सेवन करने से पेट दर्द, मतली और लिवर से जुड़ी समस्याए खड़ी हो सकती है।
जानिए ग्रीन टी बनाने की विधि – How to Prepare Green Tea in Hindi
1. ऐसे बनाएं पत्ते वाली ग्रीन-टी
- सबसे पहले एक कप लें और उस पर चाय की छन्नी रखें।
- इसके बाद इस छन्नी में ग्रीन-टी के कुछ पत्ते डालें और फिर गर्म पानी ऊपर से डाल दें।
- अब ग्रीन-टी के पत्तों को किसी भी चम्मच की मदद से थोड़ा प्रेश कर दें।
- इसके बाद इस पानी को छान लें।
- इस पानी में आप शहद भी मिला सकते हैं। जिससे स्वाद बढ़ने के साथ यह फायदेमंद भी होती है।
2. ऐसे बनाएं टी बैग वाली ग्रीन-टी
- थोड़ा सा पानी उबाल लें और कुछ सेकंड के लिए ठंडा होने के लिए रख दें।
- अब इस पानी में आधा या एक चम्मच ग्रीन-टी पाउडर को अच्छे से मिला लें।
- तीन से पांच मिनट बाद इस पानी को छान लें।
- स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें शहद मिलाकर इसका लुफ्त उठा सकते हैं।
FAQ-अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या ग्रीन टी में चीनी मिलाकर पीना सही है ?
नहीं, ग्रीन टी में चीनी मिलाकर पीने से इसमें मौजूद पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। जिससे आप ग्रीन टी पीने का कोई फायदा नहीं उठा पाएंगे। इसी वजह से कोशिश करें की बिना चीनी मिलाएं ही ग्रीन टी पियें।
दिन में कितनी बार ग्रीन टी पीना चाहिए?
एक दिन में करीबन 3-4 कप ग्रीन टी पीना सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। मगर इससे ज्यादा ग्रीन टी पीने की सलाह नहीं दी जाती है।
क्या मैं सोने से पहले ग्रीन टी पी सकता हूं?
नहीं, ग्रीन टी में कैफीन होता है। यह कैफीन नींद की गुणवत्ता को कम करने का काम करती है। इसी वजह से कोशिश करें की सोने के समय ग्रीन टी न पाएं।
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