प्रकृति ने कई ऐसे अनमोल उपहार दिए हैं जिससे मानव जाति का जीवन सरल और सुगम बन पाया है। इन्हीं उपहारों में एक नाम महुआ के पेड़ का भी है। यह एक पेड़ खुद में कई तरह के आयुर्वेदिक औषधीय गुण समेटे हुए है। आज इस लेख में हम आपको Sukha Mahua khane Ke Fayde बताने वाले हैं। आज की नई पीढ़ी भले ही महुआ के बारे में ज्यादा नहीं जानती हो मगर पुराने जमाने में महुआ का इस्तेमाल कई तरह के व्यंजनों को बनाने के लिए किया जाता था। महुआ का स्वाद जितना लाजवाब होता है उतना ही यह सेहत के लिए फायदेमंद साबित होता है।
महुआ खाने के फायदे- Sukha Mahua khane Ke Fayde
सूखे महुए का इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों से बचाव के लिए किया जाता है। इसमें प्रोटीन, फाइबर और कार्बोहाइड्रेट्स जैसे कई पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। आइए आपको विस्तार से बताते हैं की महुए का सेवन सेहत के लिए किस तरह से लाभप्रद साबित हो सकता है।
नसों की कमजोरी होगी दूर
अक्सर लोग नसों की कमजोरी की वजह से शरीर के कई हिस्सों में दर्द महसूस करते हैं। नसों की इस कमजोरी को दूर करने के लिए आप सूखे महुए को दूध में उबाल लें। इस दूध में थोड़ा शहद मिलाकर पीने से नसों से जुड़ी हर तरह की कमजोरी से राहत मिल जाएगी।
सूखी खांसी का है कारगर ईलाज
अगर आप सूखी खांसी से परेशान हो चुके हैं तो ऐसे में सूखा महुआ आपके लिए रामबाण ईलाज साबित हो सकता है। इसके लिए आप रोजाना रात को सोने से पहले दूध में महुआ डालकर उबाल लें और फिर इस दूध को हल्का गर्म-गर्म ही पी लें। इससे आपको जल्द ही खांसी में आराम महसूस होगा।
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बॉडी को बनाता है एनर्जेटिक
रोजाना सूखे महुए को दूध के साथ उबालकर पीने से शरीर की कमजोरी दूर होती है और शरीर में नई ताकत व स्फूर्ति महसूस होती है। इसी वजह से शारीरिक कमजोरी को झेल रहे लोगों को रोजाना महुए का सेवन करने की सलाह दी जाती है। जिससे शरीर में एक नई ऊर्जा का संचार हो सके।
खून की कमी को करेगा दूर
खून की कमी को दूर करने में भी सूखा महुआ कारगर साबित होता है। खून की कमी को दूर करने के लिए रोजाना महुए के सूखे फूलों को पानी में भिगोकर रख दें। इसके बाद भीगे महुए को अच्छी तरह से चबा-चबा कर खा लें। इससे हीमोग्लोबिन का स्तर खुद ब खुद बढ़ने लगेगा।
सर्दी से होने वाले बुखार से भी मिलेगी राहत
महुए के सूखे फूल, लौंग, कालीमिर्च, अदरक या सौंठ को मिलाकर पीसकर इसका काढ़ा बना कर पियें। यह काढ़ा सर्दी-जुकाम को दूर करने के साथ ही सर्दी की वजह से होने वाले बुखार से भी राहत पहुंचाएगा। यह काढ़ा जोड़ो में होने वाले दर्द को भी दूर करने में मदद करेगा।
पेट के अल्सर से मिलेगा छुटकारा
कई बार पेट में गैस्ट्रिक जूस ज्यादा बनने की वजह से पेट के अंदरूनी भाग में घाव जैसा बन जाता है। इस तरह के घाव को अल्सर कहा जाता है। महुआ में मौजूद हिस्टामाइन तत्व पेट के घाव को भरने का काम करता है। जिससे पेट में मौजूद अल्सर धीरे-धीरे खत्म होना शुरू हो जाता है।
पाइल्स का भी है रामबाण ईलाज
जो लोग पाइल्स की बीमारी से जूझ रहे हैं। उनके लिए भी महुए का सेवन लाभकारी साबित हो सकता है। पाइल्स के ईलाज के तौर पर आप महुए के फूल को सबसे पहले शुद्ध देसी घी में भून लें। इसके बाद रोजाना इन महुओं को इस्तेमाल में लाएं। कुछ ही समय में आपको बवासीर की परेशानी में आराम मिलना शुरू हो जाएगा।
पुरुषों की इंफर्टिलिटी की समस्या में कारगर
इन दिनों बहुत से कपल इंफर्टिलिटी की समस्या की वजह से संतान सुख नहीं भोग पाते हैं। महुए के सूखे फूलों को दूध के साथ उबालकर खाने से पुरुषों की इंफर्टिलिटी की समस्या में लाभ मिलता है। साथ ही दूध के साथ सूखे महुए का सेवन लो स्पर्म काउंट और सेक्स से जुड़ी कई तरह से समस्याओं से निजात दिलाता है।
महिलाओं की मासिक समस्या का भी है हल
अगर किसी महिला को मासिक गड़बड़ियों का सामना करना पड़ रहा है तो ऐसे में सूखे महुए का दूध के साथ सेवन फायदा पहुंचाने का काम कर सकता है। महिलाओं को मासिक गड़बड़ियों के समाधान के लिए मासिक धर्म आने के एक हफ्ता पहले महुए का काढ़ा बनाकर इसका सेवन रोजाना सुबह और शाम को करना शुरू कर दें।
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महुआ में मौजूद हैं ये खास पोषक तत्व
महुआ में कार्बोहाइड्रेट, फैट और प्रोटीन के साथ ही कैल्शियम, फास्फोरस आयरन, कैरोटीन और विटामिन सी प्रचुर मात्रा में मिलता है। हर 100 ग्राम महुआ में 50 से 31 प्रतिशत वसा, 60.9 प्रतिशत प्रोटीन, 22 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट एवं 3.2 प्रतिशत हिस्सा फाइबर का होता है।
इन प्रदेशों में मिलता है महुआ
मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान में महुआ का पेड़ पाया जाता है। फागुन चैत के महीने में जब पत्तिया झड़ जाती है तब इस पर सफेद रंग के फूल आते हैं। इसका वैज्ञानिक नाम मधुका लोंगिफोलिया है। आमतौर पर इस पेड़ के पत्ते साल भर हरे बने रहते हैं।
डिस्क्लेमर: इस लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं। इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में न लें। आपके स्वास्थ्य के अनुसार कितनी मात्रा में महुआ का सेवन उचित है, इसके लिए डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।
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