दिन में सोने से हार्मोन्स असंतुलित होना शुरू हो जाते हैं। जिससे डिप्रेशन, एंग्जाइटी, कन्फ्यूजन, याददाश्त कमजोर होना जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
दिन में सोने वाले व्यक्ति को दिल से जुड़ी समस्या या पेट से जुड़ी समस्या जैसे- कब्ज, बदहजमी आदि का सामना करना पड़ सकता है। जिससे शरीर धीरे-धीरे मोटापे का शिकार हो जाता है।
दिन में सोने की वजह से रात में अच्छी नींद नहीं आती है। जिससे शरीर में सूजन जैसी नजर आती है। इससे कई अन्य बीमारियां भी शरीर में जगह बनाती हैं
दिन में रोजाना सोने की वजह से व्यवहार में अजीब सी चिढ़चिढ़ाहट महसूस होती है। साथ ही आलस और उत्साह का अभाव भी दिखाई देने लगता है और शरीर में एक अलग ही थकावट का भी एहसास होता है।
लंबे समय तक दिन में सोने और रात में ज्यादा देर जागने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है जिससे हार्ट से जुड़ी परेशानियां पैदा होती हैं साथ ही इससे डायबिटीज का खतरा भी बढ़ता है।
दिन में सोने के बजाय 10 से 15 मिनट की झपकी लेना सबसे बेहतर होता है। बहुत ज्यादा थकावट महसूस कर रहे हैं तो ज्यादा से ज्यादा 30 मिनट तक सो सकते हैं।
लंच करने के एक या दो घंटे बाद और दिन के 2 से 3 बजे के बीच आप छोटी सी पॉवर नैप लेकर खुद को एनर्जेटिक महसूस करा सकते हैं।
दिन में आ रही नींद को दूर करने के लिए बहुत ज्यादा चाय या कॉफी सेवन करना भी आयुर्वेद की नजर में गलत माना गया है। इसलिए नींद को भगाने के लिए चाय या कॉफी न पीएं।