महिलाओं की तरह ही पुरुष भी पीरियड्स के दर्द का सामना करते हैं। पुरुषों को होनी वाली इस समस्या को आईएमएस कहते हैं। इसे ही मेल पीरियड्स कहते हैं।
इस दौरान पुरुषों को भी महिलाओं की तरह ही कमर दर्द , पेट में दर्द, थकान, अधिक गुस्सा आना और चिड़चिड़ापन महसूस होता है। साथ ही मूड स्विंग के लक्षण भी दिखाई देते हैं।
इस दौरान पुरुषों को भी महिलाओं की तरह ही पूरे शरीर में दर्द का अनुभव होता है, मगर ब्लिडिंग नहीं होती हैं। पुरुषों में इस सिंड्रोम का असर करीबन 24 घंटे तक ही रहता है।
जो पुरुष भरपूर मात्रा में नींद नहीं लेते हैं उनमें टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की गड़बड़ी सबसे ज्यादा देखने को मिलती है। इसी वजह से पुरुष इरिटेबल मेल सिंड्रोम के चपेट में आ जाते हैं।
ऐसे में पुरुषों को मानसिक तनाव को दूर करने के लिए योग और मेडिटेशन जरूर करना चाहिए। हल्की-फुल्की एक्सरसाइज से भी शरीर के दर्द में आराम मिलता है।
इस दौरान पुरुषों को अपने खानपान पर विशेष ध्यान रखना चाहिए। कोशिश करें की इस दौरान सभी पोषक तत्वों से भरपूर खाना खाएं।
एक रिपोर्ट के अनुसार हर 4 में से 1 पुरुष पीरियड्स के दर्द का अनुभव करता है। पीरियड्स के दौरान महिलाओं की तरह पुरुषों को भी इमोशनल सपोर्ट की जरूरत होती है।